उपद्रवि (Upadravi) 30:21
कांसा का बर्तन और धूप-चढ़ाव का अल्टार
उपद्रवि (Upadravi) 30:21
यह हारून और उसके पीढ़ी-पीढ़ी के वंश के लिये सदा की विधि ठहरे।”
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 30:20
जब-जब वे मिलापवाले तम्बू में प्रवेश करें तब-तब वे हाथ पाँव जल से धोएँ, नहीं तो मर जाएँगे; और जब-जब वे वेदी के पास सेवा टहल करने, अर्थात् यहोवा के लिये हव्य जलाने को आएँ तब-तब वे हाथ पाँव धोएँ, न हो कि मर जाएँ।
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 30:22
फिर यहोवा ने मूसा से कहा,