उपद्रवि (Upadravi) 30:5
कांसा का बर्तन और धूप-चढ़ाव का अल्टार
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 30:4
और इसकी बाड़ के नीचे इसके आमने-सामने के दोनों पल्लों पर सोने के दो-दो कड़े बनाकर इसके दोनों ओर लगाना, वे इसके उठाने के डंडों के खानों का काम देंगे।
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 30:6
और तू उसको उस पर्दे के आगे रखना जो साक्षीपत्र के सन्दूक के सामने है, अर्थात् प्रायश्चित वाले ढकने के आगे जो साक्षीपत्र के ऊपर है, वहीं मैं तुझसे मिला करूँगा।