उपद्रवि (Upadravi) 30:9
कांसा का बर्तन और धूप-चढ़ाव का अल्टार
उपद्रवि (Upadravi) 30:9
और उस वेदी पर तुम और प्रकार का धूप न जलाना, और न उस पर होमबलि और न अन्नबलि चढ़ाना; और न इस पर अर्घ देना।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 30:8
तब सांझ के समय जब हारून दीपकों को जलाए तब धूप जलाया करे, यह धूप यहोवा के सामने तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में नित्य जलाया जाए।
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 30:10
हारून वर्ष में एक बार इसके सींगों पर प्रायश्चित करे; और तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में वर्ष में एक बार प्रायश्चित के पापबलि के लहू से इस पर प्रायश्चित किया जाए; यह यहोवा के लिये परमपवित्र है।”