उपद्रवि (Upadravi) 34:9
समझौते की पुनर्नवीति
उपद्रवि (Upadravi) 34:9
और उसने कहा, “हे प्रभु, यदि तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो तो प्रभु, हम लोगों के बीच में होकर चले, ये लोग हठीले तो हैं, तो भी हमारे अधर्म और पाप को क्षमा कर, और हमें अपना निज भाग मानकर ग्रहण कर।”
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 34:8
तब मूसा ने फुर्ती कर पृथ्वी की ओर झुककर दण्डवत् की।
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 34:10
उसने कहा, “सुन, मैं एक वाचा बाँधता हूँ। तेरे सब लोगों के सामने मैं ऐसे आश्चर्यकर्म करूँगा जैसा पृथ्वी पर और सब जातियों में कभी नहीं हुए; और वे सारे लोग जिनके बीच तू रहता है यहोवा के कार्य को देखेंगे; क्योंकि जो मैं तुम लोगों से करने पर हूँ वह भय योग्य काम है।