उपद्रवि (Upadravi) 38:19
कांस्य कलशः
उपद्रवि (Upadravi) 38:19
और उनके लिये चार खम्भे, और खम्भों की चार ही कुर्सियाँ पीतल की बनीं, उनकी घुंडियाँ चाँदी की बनीं, और उनके सिरे चाँदी से मढ़े गए, और उनकी छड़ें चाँदी की बनीं।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 38:18
आँगन के द्वार के पर्दे पर बेल बूटे का काम किया हुआ था, और वह नीले, बैंगनी और लाल रंग के कपड़े का; और सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े के बने थे; और उसकी लम्बाई बीस हाथ की थी, और उसकी ऊँचाई आँगन की कनात की चौड़ाई के सामान पाँच हाथ की बनी।
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 38:20
और निवास और आँगन के चारों ओर के सब खूँटे पीतल के बने थे।