उपद्रवि (Upadravi) 38:25
कांस्य कलशः
उपद्रवि (Upadravi) 38:25
और मण्डली के गिने हुए लोगों की भेंट की चाँदी पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से सौ किक्कार, और सत्तरह सौ पचहत्तर शेकेल थी।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 38:24
पवित्रस्थान के सारे काम में जो भेंट का सोना लगा वह पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से उनतीस किक्कार, और सात सौ तीस शेकेल था।
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 38:26
अर्थात् जितने बीस वर्ष के और उससे अधिक आयु के गिने गए थे, वे छः लाख तीन हजार साढ़े पाँच सौ पुरुष थे, और एक-एक जन की ओर से पवित्रस्थान के शेकेल के अनुसार आधा शेकेल, जो एक बेका होता है, मिला।