उपद्रवि (Upadravi) 8:27

दूसरा, तीसरा और चौथा विपथों: मेंढक, जूँ और मक्खी।

उपद्रवि (Upadravi) 8:27

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हम जंगल में तीन दिन के मार्ग पर जाकर अपने परमेश्‍वर यहोवा के लिये जैसा वह हम से कहेगा वैसा ही बलिदान करेंगे।”