उपद्रवि (Upadravi) 9:18
पांचवा, छटठा और सातवा प्लेग: पशु, फोड़े और बारिश।
उपद्रवि (Upadravi) 9:18
सुन, कल मैं इसी समय ऐसे भारी-भारी ओले बरसाऊँगा, कि जिनके तुल्य मिस्र की नींव पड़ने के दिन से लेकर अब तक कभी नहीं पड़े।
आसन्न आयतें
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उपद्रवि (Upadravi) 9:17
क्या तू अब भी मेरी प्रजा के सामने अपने आप को बड़ा समझता है, और उन्हें जाने नहीं देता?
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उपद्रवि (Upadravi) 9:19
इसलिए अब लोगों को भेजकर अपने पशुओं को और मैदान में जो कुछ तेरा है सबको फुर्ती से आड़ में छिपा ले; नहीं तो जितने मनुष्य या पशु मैदान में रहें और घर में इकट्ठे न किए जाएँ उन पर ओले गिरेंगे, और वे मर जाएँगे'।”