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तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा,
फिर इस्राएल के कितने पुरनिये मेरे पास आकर मेरे सामने बैठ गए।
“हे मनुष्य के सन्तान, इन पुरुषों ने तो अपनी मूरतें अपने मन में स्थापित की, और अपने अधर्म की ठोकर अपने सामने रखी है; फिर क्या वे मुझसे कुछ भी पूछने पाएँगे?