यशायाह 51:12

विपरीत परिस्थितियों में नयी आशा।

“मैं, मैं ही तेरा शान्तिदाता हूँ; तू कौन है जो मरनेवाले मनुष्य से, और घास के समान मुर्झानेवाले आदमी से डरता है,