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दुष्टों के लिये शान्ति नहीं है, मेरे परमेश्वर का यही वचन है।”
परन्तु दुष्ट तो लहराते हुए समुद्र के समान है जो स्थिर नहीं रह सकता; और उसका जल मैल और कीच उछालता है।