यर्मियाह 4:10
पश्चाताप का निवेदन
यर्मियाह 4:10
तब मैंने कहा, “हाय, प्रभु यहोवा, तूने तो यह कहकर कि तुमको शान्ति मिलेगी निश्चय अपनी इस प्रजा को और यरूशलेम को भी बड़ा धोखा दिया है; क्योंकि तलवार प्राणों को मिटाने पर है।”
आसन्न आयतें
पिछली आयत
यर्मियाह 4:9
“उस समय राजा और हाकिमों का कलेजा काँप उठेगा; याजक चकित होंगे और नबी अचम्भित हो जाएँगे,” यहोवा की यह वाणी है।
अगली आयत
यर्मियाह 4:11
उस समय तेरी इस प्रजा से और यरूशलेम सें भी कहा जाएगा, “जंगल के मुण्डे टीलों पर से प्रजा के लोगों की ओर लू बह रही है, वह ऐसी वायु नहीं जिससे ओसाना या फरछाना हो,