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क्या तेरे बड़े बोल के कारण लोग चुप रहें?
“बहुत सी बातें जो कही गई हैं, क्या उनका उत्तर देना न चाहिये?
तू तो यह कहता है, 'मेरा सिद्धान्त शुद्ध है