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उसने मुझ पर अपना क्रोध भड़काया है
उसने चारों ओर से मुझे तोड़ दिया, बस मैं जाता रहा,
उसके दल इकट्ठे होकर मेरे विरुद्ध मोर्चा बाँधते हैं,