पूरा अध्याय पढ़ें
वे पहाड़ों पर की वर्षा से भीगे रहते,
रात को उन्हें बिना वस्त्र नंगे पड़े रहना
कुछ दुष्ट लोग अनाथ बालक को माँ की छाती पर से छीन लेते हैं,