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“तो भी क्या कोई गिरते समय हाथ न बढ़ाएगा?
हाँ, मुझे निश्चय है, कि तू मुझे मृत्यु के वश में कर देगा,
क्या मैं उसके लिये रोता नहीं था, जिसके दुर्दिन आते थे?