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चाहे मैं निर्दोष ही क्यों न हूँ, परन्तु अपने ही मुँह से दोषी ठहरूँगा;
यदि सामर्थ्य की चर्चा हो, तो देखो, वह बलवान है
मैं खरा तो हूँ, परन्तु अपना भेद नहीं जानता;