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यहूदा दुःख और कठिन दासत्व के कारण परदेश चली गई;
रात को वह फूट-फूट कर रोती है, उसके आँसू गालों पर ढलकते हैं;
सिय्योन के मार्ग विलाप कर रहे हैं,