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हे सिय्योन की पुत्री, तेरे अधर्म का दण्ड समाप्त हुआ, वह फिर तुझे बँधुआई में न ले जाएगा;
हे एदोम की पुत्री, तू जो ऊस देश में रहती है, हर्षित और आनन्दित रह;