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वहाँ पहाड़ पर सूअरों का एक बड़ा झुण्ड चर रहा था।
और उसने उससे बहुत विनती की, “हमें इस देश से बाहर न भेज।”
और उन्होंने उससे विनती करके कहा, “हमें उन सूअरों में भेज दे, कि हम उनके भीतर जाएँ।”