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“हे प्रभु, मेरा सेवक घर में लकवे का मारा बहुत दुःखी पड़ा है।”
और जब वह कफरनहूम में आया तो एक सूबेदार ने उसके पास आकर उससे विनती की,
उसने उससे कहा, “मैं आकर उसे चंगा करूँगा।”