गिनती 14:28
इस्राएलियों की विद्रोह और वे जंगल में भटकने के लिए निंदित हैं
गिनती 14:28
इसलिए उनसे कह कि यहोवा की यह वाणी है, कि मेरे जीवन की शपथ जो बातें तुमने मेरे सुनते कही हैं, निःसन्देह मैं उसी के अनुसार तुम्हारे साथ व्यवहार करूँगा।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
गिनती 14:27
“यह बुरी मण्डली मुझ पर बुड़बुड़ाती रहती है, उसको मैं कब तक सहता रहूँ? इस्राएली जो मुझ पर बड़बड़ाते रहते हैं, उनका यह बुड़बुड़ाना मैंने तो सुना है।
अगली आयत
गिनती 14:29
तुम्हारी शव इसी जंगल में पड़ी रहेंगी; और तुम सब में से बीस वर्ष की या उससे अधिक आयु के जितने गिने गए थे, और मुझ पर बड़बड़ाते थे,