पूरा अध्याय पढ़ें
बूढ़ों की शोभा उनके नाती पोते हैं;
जो निर्धन को उपहास में उड़ाता है, वह उसके कर्त्ता की निन्दा करता है;
मूर्ख के मुख से उत्तम बात फबती नहीं,