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जब ठट्ठा करनेवाले को दण्ड दिया जाता है, तब भोला बुद्धिमान हो जाता है;
दुष्ट जन बुराई की लालसा जी से करता है,
धर्मी जन दुष्टों के घराने पर बुद्धिमानी से विचार करता है,