पूरा अध्याय पढ़ें
जो बैरी बात से तो अपने को भोला बनाता है,
जैसा कोई चाँदी का पानी चढ़ाया हुआ मिट्टी का बर्तन हो,
उसकी मीठी-मीठी बात पर विश्वास न करना,