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जो अपने माँ-बाप को लूटकर कहता है कि कुछ अपराध नहीं,
जो किसी मनुष्य को डाँटता है वह अन्त में चापलूसी करनेवाले से अधिक प्यारा हो जाता है।
लालची मनुष्य झगड़ा मचाता है,