भजन - Bhajan 141
भजन - Bhajan 141

भजन - Bhajan 141

सुरक्षा और मार्गदर्शन के लिए एक प्रार्थना

भजन 141 में भगवान से सुरक्षा और मार्गदर्शन के लिए प्रार्थना है। प्रार्थनाकर्ता भगवान से अपने मुहरक्षण की विनम्र अनुरोध करते हैं, अपने ह्रदय को शुद्ध रखने की प्रार्थना करते हैं और दुष्टों के जाल से उन्हें मुक्ति दिलाने के लिए बहार आवें। प्रार्थनाकर्ता भगवान पर अपनी आश्रयनीति और उनके धर्मरक्षा में विश्वस्त होने की स्वीकृति भी करते हैं।
1हे यहोवा, मैंने तुझे पुकारा है; मेरे लिये फुर्ती कर!
2मेरी प्रार्थना तेरे सामने सुगन्ध धूप,
3हे यहोवा, मेरे मुँह पर पहरा बैठा,
4मेरा मन किसी बुरी बात की ओर फिरने न दे;
5धर्मी मुझ को मारे तो यह करुणा मानी जाएगी,
6जब उनके न्यायी चट्टान के ऊपर से गिराए गए,
7जैसे भूमि में हल चलने से ढेले फूटते हैं,
8परन्तु हे यहोवा प्रभु, मेरी आँखें तेरी ही ओर लगी हैं;
9मुझे उस फंदे से, जो उन्होंने मेरे लिये लगाया है,
10दुष्ट लोग अपने जालों में आप ही फँसें,