
भजन - Bhajan 82
ईश्वर, धर्मप्रिय न्यायी
सारांश: प्रार्थना-गान 82 एक आशा का गाना है जो हमें याद दिलाता है कि भगवान वह अंतिम न्यायी है जो दरिद्र लोगों के लिए न्याय लाएगा। प्रार्थनाशील भाषा में पृथ्वी के न्यायाधीशों से कहा गया है कि वे सही न्याय करें और स्वयं को भगवान के सामने जवाबदेह मानें।