द्वितीय विधान 28:59
आज्ञानुसार की आशीर्वाद और अनुशासन के लिए शाप
द्वितीय विधान 28:59
तो यहोवा तुझको और तेरे वंश को भयानक-भयानक दण्ड देगा, वे दुष्ट और बहुत दिन रहनेवाले रोग और भारी-भारी दण्ड होंगे।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
द्वितीय विधान 28:58
“यदि तू इन व्यवस्था के सारे वचनों का पालन करने में, जो इस पुस्तक में लिखे हैं, चौकसी करके उस आदरणीय और भययोग्य नाम का, जो यहोवा तेरे परमेश्वर का है भय न माने,
अगली आयत
द्वितीय विधान 28:60
और वह मिस्र के उन सब रोगों को फिर तेरे ऊपर लगा देगा, जिनसे तू भय खाता था; और वे तुझ में लगे रहेंगे।