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परन्तु अभी तो उसने क्रोध करके दण्ड नहीं दिया है,
तो तू क्यों कहता है, कि वह मुझे दर्शन नहीं देता,
इस कारण अय्यूब व्यर्थ मुँह खोलकर अज्ञानता की बातें बहुत बनाता है”