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चाहे ताड़ना देने के लिये, चाहे अपनी पृथ्वी की भलाई के लिये
वे उसकी बुद्धि की युक्ति से इधर-उधर फिराए जाते हैं,
“हे अय्यूब! इस पर कान लगा और सुन ले; चुपचाप खड़ा रह,