पूरा अध्याय पढ़ें
जब-जब मैं सोचता हूँ कि मुझे खाट पर शान्ति मिलेगी,
क्या मैं समुद्र हूँ, या समुद्री अजगर हूँ,
तब-तब तू मुझे स्वप्नों से घबरा देता,