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और वे पार उतरकर गन्नेसरत में पहुँचे, और नाव घाट पर लगाई।
क्योंकि वे उन रोटियों के विषय में न समझे थे परन्तु उनके मन कठोर हो गए थे।
और जब वे नाव पर से उतरे, तो लोग तुरन्त उसको पहचान कर,