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अपनी भेड़-बकरियों की दशा भली-भाँति मन लगाकर जान ले,
चाहे तू मूर्ख को अनाज के बीच ओखली में डालकर मूसल से कूटे,
क्योंकि सम्पत्ति सदा नहीं ठहरती;