भजन - Bhajan 8
भजन - Bhajan 8

भजन - Bhajan 8

भगवान और मानवता की महानता

प्रार्थना गीत 8 परमेश्वर की महिमा और उसके सृष्टि के बारे में एक स्तुति है। शायर चमत्कार है कि आकाशगंगा कितनी विशाल है और फिर भी उसके अनंत ज्ञान में, परमेश्वर ने मानवता पर सम्मान और महिमा दी है, जिससे उन्हें उसकी सृष्टि पर शासक बना दिया है।
1हे यहोवा हमारे प्रभु, तेरा नाम सारी पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है!
2तूने अपने बैरियों के कारण बच्चों और शिशुओं के द्वारा अपनी प्रशंसा की है,
3जब मैं आकाश को, जो तेरे हाथों का कार्य है,
4तो फिर मनुष्य क्या है कि तू उसका स्मरण रखे,
5क्योंकि तूने उसको परमेश्‍वर से थोड़ा ही कम बनाया है,
6तूने उसे अपने हाथों के कार्यों पर प्रभुता दी है;
भजन - Bhajan 8:6 - तूने उसे अपने हाथों के कार्यों पर प्रभुता दी है;
भजन - Bhajan 8:6 - तूने उसे अपने हाथों के कार्यों पर प्रभुता दी है;
7सब भेड़-बकरी और गाय-बैल
8आकाश के पक्षी और समुद्र की मछलियाँ,
9हे यहोवा, हे हमारे प्रभु,