पूरा अध्याय पढ़ें
मैं यहोवा के विषय कहूँगा, “वह मेरा शरणस्थान और गढ़ है;
जो परमप्रधान के छाए हुए स्थान में बैठा रहे,
वह तो तुझे बहेलिये के जाल से,